फिटकरी के फायदे, उपयोग और नुकसान | Alum (Fitkari) Benefits and Side Effects in Hindi
Alum (Fitkari) Benefits and Side Effects in Hindi फिटकरी (Alum) एक पत्थर की तरह दिखने वाला पारदर्शी रासायनिक पदार्थ होता है। ज्यादातर लोग पानी साफ करने के लिए इस्तेमाल करते हैं, या फिर आफ्टर शेव लोशन के लिए इस्तेमाल करते हैं। यह संकोचक अर्थात सिकुड़ना पैदा करने वाली होती है। लेकिन इसमें कई सारे औषधीय गुण भी मौजूद होते हैं जो आपको स्वास्थ्य संबंधी कई सारी परेशानियों में फायदेमंद साबित हो होता है। फिटकरी (Alum) का लेकिन क्या आप जानते हैं फिटकरी औषधीय गुणों से भी भरपूर होती है। इसलिए इसका इस्तेमाल स्वास्थ्य और स्किन दोनों के लिए काफी फायदेमंद माना जाता है। फिटकरी में एंटी-बैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं। जो स्किन के लिए लाभदायक साबित होते हैं। फिटकरी का पानी दांत दर्द में रामबाण माना जाता है। साथ ही इसके पानी से चेहरा धोने से स्किन संबंधी कई परेशानियां भी दूर होती है।
आइए सबसे पहले जानते हैं, फिटकरी क्या है? (What is Alum?)
वैसे तो आमतौर पर फिटकरी को एलम के नाम से ही जाना जाता है। लेकिन इसके अलावा इसको अन्य कई नामों से भी जाना जाता है जैसे की पर्ल एलम, केक एलम, फिल्टर एलम, पिकल एलम इत्यादि- इत्यादि।
फिटकरी का रासायनिक नाम (Chemical name of Alum)– पौटेशियम एल्यूमीनियम सल्फेट (Potassium Aluminum Sulphate)।
फिटकरी का रासायनिक सूत्र (Chemical Formula of Alum)– KAI(SO4)2-12H20
फिटकरी का परिचय। (Introduction of Alum in Hindi)
Alum (Fitkari) Benefits and Side Effects in Hindi: फिटकरी नमक के समान दिखने वाला एक पादप आधारित तत्व होता है। इसे बल्क या स्थूल पोटेशियम एल्युम, वेनमलि आदि के नाम से भी जाना जाता है। इसका उपयोग भोजन पकाने के साथ-साथ चिकित्सकीय मदद के तौर पर भी किया जाता है। डबल साल्ट या पोटाश, अमोनियम, क्रोम, सेलेनेट आदि फिटकरी की कुछ प्रमुख किस्में होती हैं।
सालों से हमारे आपके घर में फिटकरी का इस्तेमाल होता आ रहा है। फिटकरी में एंटी-बैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं। फिटकरी दो तरह की होती है, लाल और सफेद लेकिन ज्यादातर घरों में सफेद फिटकरी का ही इस्तेमाल किया जाता है। कुछ घरों में इसे आफ्टर शेव की तरह इस्तेमाल करते हैं तो वहीं कुछ घरों में इसका प्रयोग पानी साफ करने के लिए भी करते हैं।
आयुर्वेद में भी फिटकरी के कई फायदों का उल्लेख किया गया है। ऐसा माना जाता है कि फिटकरी से कई तरह की समस्याओं को दूर किया जा सकता है।
आइए जानते हैं फिटकरी के विभिन्न उपयोग, फायदे और नुकसान के बारे में। (Let us Know About the Various Uses, Benefits and Side Effects of Alum)
Alum (Fitkari) Benefits and Side Effects in Hindi
श्वसन संबंधित रोगों को नियंत्रित करने में फिटकरी का इस्तेमाल। (Use of Alum in Controlling Respiratory Diseases)
आयुर्वेद के अनुसार फिटकरी का उपयोग भस्म के रूप में किया जाता है जिसे स्फटिक भस्म के नाम से जाना जाता है। स्फटिक भस्म को शहद में मिलाकर सेवन करने से यह फेफड़ों के स्राव को कम करके श्वसन संबंधित रोगों को नियंत्रित करने में मदद करती है। स्फटिक भस्म की शुष्क प्रकृति के कारण इसका सेवन संक्रामक रोगों के उपचार में भी मदद करता है।
ओरल हेल्थ के लिए फिटकरी। (Alum for Oral Health)
फिटकरी में मौजूद औषधीय गुण हमारी ओरल हेल्थ के लिए बहुत ही फायदेमंद होते हैं। हमारे दांतों पर जमा होने वाली कैविटी को दूर करने में फिटकरी काफी मदद कर सकती है। फिटकरी से माउथवॉस करने से मुंह में जमा होने वाले प्लाक को हटाया जा सकता है और साथ ही लार में उपस्थित बैक्टीरिया को भी खत्म किया जा सकता है। जिससे मुंह से आने वाली दुर्गंध की समस्या से छुटकारा मिलता है।
टेनिंग या त्वचा सुधार के लिए फिटकरी। (Alum for Tanning or Skin Improvement)
फिटकरी का इस्तेमाल त्वचा सुधार या उनकी नमी को दूर करने एवं उनके अपघटन को रोकने के लिए किया जाता है। फिटकरी त्वचा को सख्त नहीं होने देती। फिटकरी कोशिकाओं के संकुचन का कारण बनती है तथा त्वचा से अतिरिक्त तेल को हटाने में सहायक होती है। इसके अलावा यह त्वचा के दाग-धब्बे तथा उसकी वर्णकता या पिग्मेंटेशन को कम करने में भी मदद करती है। फिटकरी मे पाए जाने वाले एंटी बैक्टीरियल तत्व पिंपल्स (Pimples) की शिकायत को दूर करने में भी मददगार साबित होते हैं।
हाथ-पैरों में पसीना आने की समस्या से। (Due to the Problem of Sweating in Hands and Feet)
यदि आपको भी ज्यादा पसीना आता है तो आप फिटकरी को पानी में घोलकर इससे हाथ-पैरों को धोएं। इससे पसीना आना बंद हो जाता है। पसीने की बदबू दूर करने के लिए भी बहुत फिटकरी का इस्तेमाल आपके लिए खासतौर पर फायदेमंद रहेगा। फिटकरी का एक महीन चूर्ण बना लें। नहाने से पहले फिटकरी के इस चूर्ण की कुछ मात्रा पानी में डाल दें। इस पानी से नहाने से आपकी पसीने से बदबू आने की समस्या दूर हो जाएगी।
गंदे पानी को साफ करने के लिए फिटकरी का इस्तेमाल। (Use of Alum to Clean Dirty Water)
फिटकरी का प्रयोग प्राचीन काल से ही जल शद्धिकरण के लिए किया जाता रहा है। फिटकरी को आज भी पीने के पानी या पेयजल तथा औद्योगिक प्रक्रिया से उत्पन्न जल, अपशिष् जल, झीलों आदि के जल के शुद्धिकरण हेतु उपयोग में लाया जाता है। फिटकरी की सहायता से जल में उपस्थित अवक्षिप्त संदूषकों को दूर किया जाता है।
पायरिया रोग में फिटकरी का फायदा। (Benefits of Alum in Pyorrhea Disease)
मसूढ़ों में दर्द, सूजन, मसूड़ों से रक्त आना ये सभी पायरिया के लक्षण हैं। अगर आपको भी पायरिया है तो आप एक भाग नमक, दो भाग फिटकरी बारीक पीसकर मसूढ़ों पर प्रतिदिन तीन बार लगायें। इससे मसूढ़े व दांत मजबूत होंगे, तथा रक्त और मवाद का आना बंद हो जाएगा।
खांसी और बलगम की समस्या से निजात दिलाए फिटकरी। (Alum Provides Relief from Cough and Mucus Problem)
अगर आपको खांसी और बलगम की समस्या है तो फिटकारी इसका रामबाण इलाज है। फिटकारी को शहद में मिलकर चाटने से आपको खांसी और बलगम से छुटकारा मिल सकता है।
एक्जिमा और खुजली जैसी त्वचा संबंधी रोगों के लिए। (For Skin Diseases Like Eczema and Itching)
खुजली की समस्या होने पर फिटकरी काफी फायदेमंद मानी जाती है। क्योंकि फिटकरी में एंटीबैक्टीरियल गुण पाये जाते हैं, इसलिए फिटकरी के पानी का इस्तेमाल करने से एक्जिमा और खुजली की शिकायत दूर होती है।
घावों के रक्तस्राव में फिटकरी का उपयोग। (Use of Alum in Bleeding Wounds)
यदि घाव ताजा हो अथवा चोट, खरोंच लगकर घाव हो गया हो और उससे रक्तस्राव हो रहा हो तो ऐसे घाव को फिटकरी के पानी से धोएं तथा घाव पर फिटकरी को पीसकर इसका पाउडर छिड़कने, लगाने व बुरकने से रक्तस्राव बंद हो जाता है।
सूखी खांसी को ठीक करने के लिए इस्तेमाल करें फिटकरी। (Use Alum to Cure Dry Cough)
भुनी हुई हुई फिटकरी तथा चीनी को बारीक पीसकर आपस में मिलाकर सूखी खांसी में रोजाना गर्म दूध के साथ सोते समय लेना चाहिए। इससे सूखी में बहुत लाभ मिलता है।
जननांगों की खुजली से निजात दिलाए फिटकरी। (Alum Provides Relief from Genital Itching)
यदि किसी भी कारण से जननांगों में खुजली हो रही है तो फिटकरी को गर्म पानी में मिलाकर जननांगों को धोने से जननांगों की खुजली में तुरंत लाभ होता है।
यूरीन इंफेक्शन दूर करे फिटकरी। (Alum Cures Urine Infection)
यूरीन इंफेक्शन हो जाने पर भी फिटकरी का इस्तेमाल करना बहुत फायदेमंद होता है। प्रतिदिन फिटकरी के पानी से प्राइवेट पार्ट की सफाई करने से इंफेक्शन का खतरा दूर हो जाता है।
सूजाक में फिटकरी का फायदा। (Benefits of Alum in Gonorrhea)
सूजाक एक रोग होता है जिसमे पेशाब करते समय जलन होती है। इस रोग में पेशाब बूंद-बूंद करके बहुत कष्ट से निकलता है। इतना कष्ट इतना ज्यादा होता है कि रोगी पेशाब करने से पहले दस बार सोचता है कि करू या नहीं। इस रोग में पिसी हुई फिटकरी एक गिलास पानी में घोलकर पीने से कुछ दिन मे सूजाक ठीक हो जाता है।
डाईंग या रंगाई के लिए फिटकरी का इस्तेमाल। (Use of Alum for Dyeing)
फिटकरी का इस्तेमाल प्राकृतिक रेशों, जैसे कि ऊन आदि की रंगाई में एक रंगबंधक या रंजक के रूप में किया जाता है।
अभी तक आपने हमारे इस लेख में जाना है फिटकरी से होने वाले कुछ फायदों के बारे में। आइए अब जानतें हैं फिटकरी के पानी से होने वाले कुछ फायदों के बारे में।
फिटकरी के पानी का फायदा। (Benefits of Alum Water)
- फिटकरी के पानी का उपयोग दांत दर्द को दूर करने के लिए भी किया जाता है।
- फिटकरी का पानी चेहरा धोने के लिए भी उपयोग किया जाता है।
- फिटकरी का पानी बाल धोने के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है।
- फिटकरी का पानी आफ्टर शेव लोशन के लिए भी इस्तेमाल किया जाता है।
- चोट या घाव लगने पर फिटकरी पानी का उपयोग घाव को धोने के लिए किया जाता है।
- फिटकरी का पानी वजाइनल हेल्थ के लिए बहुत अच्छा होता है। फिटकरी के पानी से वजाइना को साफ करने से व्हाइट डिसचार्ज और इंफेक्शन की समस्या खत्म हो जाती है।
- फिटकरी का पानी दांत दर्द में किसी रामबाण से कम नहीं माना जाता है। इसलिए अगर किसी को दांत दर्द की शिकायत हो, तो उसे फिटकरी के पानी से कुल्ला करना चाहिए।
- अगर किसी के बालों में जुओं की शिकायत हो, तो उसे फिटकरी के पानी से बालों को धोना चाहिए। फिटकरी के पानी से बालों को धोने से जुओं की शिकायत दूर होती है।
- गले में खराश की शिकायत को दूर करने के लिए फिटकरी - के पानी का उपयोग काफी फायदेमंद माना जाता है। इसके लिए फिटकरी के पानी से कुल्ला करना चाहिए।
- चेहरे पर भी झुर्रियां आ गई हैं, तो फिटकरी के पानी का इस्तेमाल करना आपके लिए बहुत फायदेमंद रहेगा।
- ऐसे बनाएं फिटकरी का पानी। (Make Alum Water Like This)
- फिटकरी का पानी बनाने के लिए फिटकरी को तवे पर गर्म कर लें। इससे यह शुद्ध हो जाता है। फिर इसके घूलने तक गुनगुने पानी में रखकर छोड़ दें। अब यह पानी इस्तेमाल के लिए तैयार हैं।
अभी तक हमने जाना है फिटकरी के फायदों के बारे में आइए अब जानतें हैं, फिटकरी के नुकसान के बारे में
फिटकरी के नुकसान। (Side Effects of Alum)
- फिटकरी के पानी का अधिक मात्रा में इस्तेमाल करने से चेहरे पर रैशेज और जलन की शिकायत हो सकती है।
- फिटकरी का पानी आंखों को बुरी तरह प्रभावित करता है।
- फिटकरी को सूंघने से नाक, गले में जलन और सांस लेने में तकलीफ हो सकती है।
- अगर कोई लंबे समय से फिटकरी का सेवन करता आ रहा है, तो उससे कैंसर (Cancer) का खतरा बढ़ जाता है।
अब तक आपने अपने लिए फिटकरी के फायदे को जाना है। आइए अब फिटकरी से पेड़ पौधे को होने वाले फायदे के बारे में जानतें हैं। फिटकरी को पेड़-पौधे में डालने से पेड़ पौधे को भी बहुत से लाभ मिलते हैं। आइए जानते हैं ऐसे कुछ फायदे के बारे में।
पेड़ों में फिटकरी के इस्तेमाल से होने वाले फायदे। (Benefits of using Alum in Trees)
पेड़ों की लंबी उम्र के लिए फिटकरी। (Alum for Longevity of Trees)
हम सभी लोगों को पेड़-पौधे से काफी ज्यादा लगाव होता है। हम उनकी अच्छी वृद्धि के लिए नए-नए उपाय आजमाते हैं। ऐसे में आप अपने पेड़ पौधे पर फिटकरी का उपयोग किया जा सकता है।
पेड़ पौधे पर कीटनाशक का काम करती है फिटकरी। (Alum Works as Pesticide on Trees and Plants)
फिटकरी पेड़-पौधे के लिए कीटनाशक भी होता है। आप इसे सीधे मिट्टी में मिला सकते हैं, इससे कीटाणु मरने लगते हैं। पेड़-पौधों में चींटी या कीड़े लगने पर आप फिटकरी को गमले के नीचे रख दें या गमले की मिट्टी में मिक्स कर दें। यह एक कीटनाशक की तरह काम करेगी।
क्षारीय मिट्टी को सुधार कर सही कर सकती है फिटकरी। (Alum can Improve Alkaline Soil)
फिटकरी क्षारीय मिट्टी के स्तर को कम करती है, जिससे अम्ल- प्रेमी पौधों को उगाना आसान हो जाता है। इससे पौधों की आयु बढ़ती है। और साथ ही पौधा अच्छे से ग्रोथ करता है।
पेड़-पौधे को मजबूत और स्वस्थ बनाए फिटकरी। (Alum makes Trees and Plants Strong and Healthy)
फिटकरी फूलों के पौधों को मजबूत और स्वस्थ बनाती है और अधिक फूल खिलने में मदद करती है। फिटकरी डालने से पौधे मजबूत होते हैं। फिटकरी को पानी में मिलाकर उसके घोल को मुरझाए हुए पौधों पर स्प्रे करें। ऐसा करने से पौधे हमेशा हरे-भरे रहेंगे।
पेड़-पौधे को दीमक से बचाए फिटकरी। (Alum Protects Trees and Plants from Termites)
फिटकरी को पानी में मिलाकर उसका घोल बनाएं। इस पानी को पौधों में डालने से पौधों में दीमक लगने से बचाया जा सकता है। इसे गमले में डालने से कभी भी दीमक नहीं लगेगी।
अधिक मात्रा में पेड़-पौधे पर फिटकरी के इस्तेमाल से नुकसान। (Harm Caused By Use of Alum in Large Quantities on Trees and Plants)
अधिक मात्रा में फिटकरी के पानी को पेड़-पौधों की पत्तियों में डालने से उसकी पत्तियां खराब होने लगती हैं। फिटकरी के पानी से पौधे की पत्तियां जल भी सकती हैं।
You May Also Like:
इस लेख में हमने Alum (Fitkari) Benefits and Side Effects in Hindi (फिटकरी के फायदे, उपयोग और नुकसान) के बारे में जाना। आशा है आपको यह लेख पसंद आया होगा।
Disclaimer:- फिटकरी (Alum) Uses, Benefits & Side Effects in Hindi की दी गई जानकारी घरेलू नुस्खों और सामान्य जानकारियों पर आधारित है। भिन्न-भिन्न व्यक्तियों में इसके इस्तेमाल से होने वाले प्रभाव एवं दुष्प्रभाव भिन्न-भिन्न हो सकते हैं। इसके किसी भी तरह के चिकित्सकीय प्रयोग से पहले एक बार डॉक्टर से परामर्श जरूर करें। Lekhadda इसकी पुष्टि नहीं करता। यदि आपको हमारा यह लेख पसन्द आया हो तो आप इस लेख को दूसरों के साथ शेयर करके इस गुणकारी पदार्थ से जुड़ी जानकारियों को दूसरों के साथ भी साझा करना न भूलें।
यदि आपके पास भी Hindi में कोई Article या Story या कोई भी जानकारी है, जो आप हमारे साथ share करना चाहते हैं, तो कृपया उसे अपनी फोटो के साथ हमें E-mail 📧 करें।
हमारी 📧ID है: lekhaddaofficial@gmail.com आपके द्वारा भेजी गई सामाग्री पसन्द आने पर हम उसे आपके नाम और फोटो के साथ यहाँ जरूर PUBLISH करेंगे।
Thanks!❤️